न तुम्हें होश रहे और न मुझे होश रहे
इस क़दर टूट के चाहो मुझे पागल कर दो
वसी शाह नई उर्दू शायरी का एक प्रसिद्ध और मशहूर चेहरा हैं, जिन्हें अपनी शायरी और ख़ास तौर पर ग़ज़ल के लिए असाधारण प्रसिद्धि मिली है। उनकी शायरी में एक विशेष प्रकार का अनोखापन है। अपनी शायरी के अलावा, वह टीवी एंकरिंग, टॉक शो और नाट्य-लेखन के कारण भी जाने जाते हैं। उनकी शायरी को जितना गंभीर लोगों में पसंद किया जाता है, उतना ही मुशायरे की दुनिया में भी उसे लोकप्रियता प्राप्त है।
प्राधिकरण नियंत्रण :लाइब्रेरी ऑफ कॉंग्रेस नियंत्रण संख्या : n2006220693