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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : ज़ुहूर नज़र

प्रकाशक : मुनव्वर जमील

प्रकाशन वर्ष : 1987

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : कुल्लियात

पृष्ठ : 534

सहयोगी : जामिया हमदर्द, देहली

kulliyat-e-zuhoor nazar
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लेखक: परिचय

ज़हूर नज़र, ज़ुहूर अहमद (1923-1981) प्रमुख प्रगतिशील शाइर जिन्होंने उर्दू नज़्म को नया रूप और भाव-विचार देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ग़ज़लों में भी एक ख़ास रंग पैदा किया। साहीवाल (अब पाकिस्तान में) में जन्म। बचपन में पिता का देहांत हो गया तो पढ़ार्इ की उम्र में तरह तरह के काम करने पड़े, मगर अपने अन्दर की किताब पढ़ना नहीं भूले। एक फ़िल्म के गीत और रेडियो के लिए ड्रामे लिखे।

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