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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : क़ाज़ी गुलाम अली

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशक : मतबा मुस्तफ़ाई, लखनउ

मूल : लखनऊ, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1853

भाषा : Urdu, Persian

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : मसनवी

पृष्ठ : 54

सहयोगी : ख़ुदा बख़्श लाइब्रेरी, पटना

masnavi khujasta-e-leqa
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