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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : बिसमिल देहलवी

संस्करण संख्या : 004

प्रकाशक : अननोन आर्गेनाइजेशन

मूल : दिल्ली, भारत

प्रकाशन वर्ष : 1957

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : धर्म-शास्त्र

उप श्रेणियां : सिख-मत

पृष्ठ : 148

सहयोगी : सौलत पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर (यू. पी.)

sukhmani sahab
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पुस्तक: परिचय

زیر نظر کتاب ’سکھ منی صاحب: ترجمہ اردو منظوم‘ کی نطمیں دراصل گرو ارجن دیو کی وہ ارشادات ہیں جو انہوں نے مقام رام سر میں کسی بیری کے پیڑ کے نیچے بیٹھ کر اپنے شاگردوں کے سامنے پیش کی تھیں۔ انہیں فرمودات کو بسمل دہلوی نے بہ زبان اردو نظم کے قالب میں ڈھالا ہے۔

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