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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : ताबिश देहलवी

संस्करण संख्या : 001

प्रकाशन वर्ष : 1970

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : काव्य संग्रह

पृष्ठ : 188

सहयोगी : ग़ालिब इंस्टिट्यूट, नई दिल्ली

taab-e-ghazal
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पुस्तक: परिचय

سید مسعود الحسن کو دنیائے ادب میں تابش دہلوی کے نام سے پہچاناجاتا ہے۔ان کی شاعری نیم روز ، چراغِ صحرا ، غبارِ انجم ، گوہرِ انجم ، تقدیس اور دھوپ چھائوں کے نام سے مجموعوں‌ میں‌ محفوظ ہے۔ تابش دہلوی نے اپنے قلم سے دنیائے فن و ادب کی کئی شخصیات اور علمی و ادبی واقعات کو خوب صورتی سے صفحات پر اتارا ،زیر نظر کتاب "تاب غزل" تابش دہلوی کی منتخب رباعیوں ،قطعے ، غزلیں اور نظموں کا مجموعہ ہے۔اس مجموعہ میں تقسیم ہند کے بعد کے دور کی اردو ارتقا کی جھلک نظر آتی ہے۔

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लेखक: परिचय

ताबिश देहलवी, मस्ऊदुल-हसन (1911-2004 ) देहली के एक प्रतिष्ठित घराने से संबंध। एक अर्से तक हैदराबाद रहे और वहीं सरकारी नौकरी की। फिर आल इंडिया रेडियो में आ गए। आज़ादी के बाद कराची चले गए और रेडियो पाकिस्तान से जुड़ गए। ‘फ़ानी’ बदायूनी के शागिर्द थे।

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