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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

लेखक : अली मोहम्मद फ़र्शी

प्रकाशक : फ़ैज़-उल-इस्लाम प्रिन्टिंग प्रेस, रावलपिंडी

प्रकाशन वर्ष : 2004

भाषा : Urdu

श्रेणियाँ : शाइरी

उप श्रेणियां : नज़्म, काव्य संग्रह

पृष्ठ : 128

सहयोगी : अली मोहम्मद फ़र्शी

जिन्दगी ख़ुद-कुशी का मुक़द्दमा नहीं
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पुस्तक: परिचय

علی محمد فرشی نئی نظم کے نمایاں ترین شاعروں سے میں شمار ہوتے ہیں ۔ انھوں نے اردو میں ماہیے کو رواج دینے کی تاسیسی اور بھر پور کوششیں کیں۔ زیر نظر کتاب "زندگی خودکشی کا مقدمہ نہیں" ان کی نظموں کا مجموعہ ہے۔ یہ مجمو عہ 2004 میں شائع ہوا ۔اس مجموعہ میں ان کی نظمیں پڑھ کر اکیسویں صدی کی شاعری کے بدلتے ہوئے منظر نامے کا اندازہ ہوتا ہے۔

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