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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

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शेष-रचनाएं

शेष-रचनाएं, कविता का वह भाग है जो आम-तौर पर कवी की ज़िंदगी में इंतिख़ाब से छूट जाता है, अथवा कवि स्वयं उसे अलग कर देता है। ऐसी तहरीरें बाद में तलाश करके दूसरे लोग शामिल करते हैं। यहां रेख़्ता ने कुछ इसी तरह की शेष-रचनाओं की पुस्तकों को जमा किया है। आपको ज़रूर पढ़ना चाहिए।

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