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हैरत है वो ख़ून की बातें करते हैं

अशफ़ाक़ रशीद मंसूरी

हैरत है वो ख़ून की बातें करते हैं

अशफ़ाक़ रशीद मंसूरी

MORE BYअशफ़ाक़ रशीद मंसूरी

    हैरत है वो ख़ून की बातें करते हैं

    जो अक्सर क़ानून की बातें करते हैं

    जिन की जेबें अक्सर ख़ाली रहती हैं

    जाने क्यूँ क़ारून की बातें करते हैं

    अपनी गलियों का भी जिन को इल्म नहीं

    देखो वो रंगून की बातें करते हैं

    कब से मौसम सर्द पड़ा है मिलने का

    और वो हैं कि जून की बातें करते हैं

    दिल की दुनिया बिग-बाज़ार में रहती है

    वो मुझ से परचून की बातें करते हैं

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