हसरत-ए-दीद से ममलू दिल-ए-शैदाई है
हसरत-ए-दीद से ममलू दिल-ए-शैदाई है
सय्यद ग़ाफ़िर रिज़वी फ़लक छौलसी
MORE BYसय्यद ग़ाफ़िर रिज़वी फ़लक छौलसी
हसरत-ए-दीद से ममलू दिल-ए-शैदाई है
शर्बत-ए-दीद कफ़-ए-पा का तमन्नाई है
कैसे तूफ़ान तमन्ना के मुक़ाबिल ठहरे
शो'ला-ए-इश्क़ लब-ए-गोशा-ए-तन्हाई है
शो'ला-ए-नख़वत-ओ-बे-ज़ारी हसद उज्ब-ओ-रिया
माने-ए-दीद-ए-रुख़-ए-यार तमाशाई है
काकुल-ए-सर्व-ए-चमन मिस्ल-ए-मह-ए-नौ देखा
चेहरा-ए-यार में ईजाद जबीं-साई है
हर क़दम मेहर-ओ-वफ़ा सिद्क़-ओ-सफ़ा हर लम्हा
पैकर-ए-इश्क़ को कहते हो कि हरजाई है
कूचा-ए-इश्क़-ए-तमन्ना का पता दे मुझ को
तेरी फ़ुर्क़त में मिरे होंटों पे जाँ आई है
हल्क़ा-ए-चश्म नशेमन है तिरी यादों का
ख़िर्मन-ए-याद लब-ए-गोशा-ए-तन्हाई है
कैसी दूरी है रग-ए-जाँ से ज़ियादा है क़रीं
दिल के चिलमन के क़रीं तू ने जगह पाई है
कौन पाएगा सज़ा कौन बरी होएगा
महफ़िल-ए-शम्अ में परवानों की सुनवाई है
ऐ 'फ़लक' मैं हूँ सग-ए-ख़ाक कफ़-ए-पा उस का
मशअ'ल-ए-राह-ए-नजात उस की शनासाई है
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