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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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जब उस का नाम लबों पर दुआ के साथ उतरे

हसन अब्बासी

जब उस का नाम लबों पर दुआ के साथ उतरे

हसन अब्बासी

MORE BYहसन अब्बासी

    जब उस का नाम लबों पर दुआ के साथ उतरे

    तो चाँद आँख में कोई घटा के साथ उतरे

    तुम्हारी याद उतरती है इस तरह दिल में

    कि जैसे सहन में बारिश हवा के साथ उतरे

    कबूतरों की तरह उड़ते हैं तिरे ग़म भी

    कि दिल की छत पे तो पहली सदा के साथ उतरे

    फ़राज़-ए-कोह से आता है जिस तरह पानी

    कभी वो आँख से ऐसी अदा के साथ उतरे

    मैं नींद वादी में जब भी 'हसन' उतरने लगा

    हज़ार रंग के सपने भी के साथ उतरे

    स्रोत :
    • पुस्तक : Ham ne bhi mohabbat ki hai (पृष्ठ 49)
    • रचनाकार : HASAN ABBASI
    • प्रकाशन : Nastalique Publications (2009)
    • संस्करण : 2009

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