कहाँ ले जाएँगे सामान इतना
कहाँ ले जाएँगे सामान इतना
अगर आ जाए हम को ध्यान इतना
ये आँखें ढूँढती रहती हैं किस को
ये दिल रहता है क्यूँ हैरान इतना
उसे कोई समझ सकता है कैसे
बदल जाता हो जो हर आन इतना
जो करना था वो मैं ने कर लिया है
मिरे जौहर में था इम्कान इतना
उसे हम भूल तो सकते हैं लेकिन
नहीं ये काम कुछ आसान इतना
किसे रहना है दुनिया में हमेशा
कहाँ होगा कोई नादान इतना
'ज़िया' दुनिया में जितना रह चुके हम
भला रहते हैं कब मेहमान इतना
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