बन-मानुस के काले बदन पर
हीरे चमकते हैं
बन-मानुस की उजली हँसी से
बच्चे डरते हैं
बन-मानुस मुझ पर छिलके फेंकता रहता है
बरखा आती है और दाने बोती है
जब बरखा आती है और दाने बोती है
मैं अपने ध्यान के जंगल में
छुप जाता हूँ
बन-मानुस के काले बदन पर हीरे चमकते हैं
बन-मानुस की उजली हँसी से बच्चे डरते हैं
- पुस्तक : chahaar khvaab (पृष्ठ 47)
- रचनाकार : qamar jameel
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