हुस्न-ए-जानाँ
वो एक चेहरा वो एक पैकर
वो एक लड़की वो एक जादू
वो आँख खोले तो दिन बनाए
वो मुस्कुराए तो गुल खिलाए
वो आँख झपके बदल दे मंज़र
झुकाए नज़रें तो रात छाए
नज़र नज़र में उसी के सदक़े
हज़ार जाँ से उतार डालूँ
है ऐसा चेहरा यक़ीन मानो
मैं जिस पे दुनिया ही वार डालूँ
गुलाब होंटों से जब वो बोले
हज़ार लफ़्ज़ों की गिरहें खोले
वो ख़ुशबुओं के सफ़र पे निकले
हर एक मौसम भी साथ हो ले
वो ऐसे बाज़ू जो खोल दे तो
हज़ार मंज़र सिमट के आएँ
वो रास्तों पर क़दम जो रक्खे
क़दम से रस्ते लिपटते जाएँ
जो पढ़ने बैठो तो आँख महके
वो अच्छे लफ़्ज़ों की डायरी है
हज़ार ग़ज़लों का तर्जुमाँ है
वो उस का चेहरा तो शायरी है
जो देखो मद्धम सी रौशनी में
गुमाँ ये गुज़रे कि चाँद उतरे
झुका के नज़रें जो हँस दे इक पल
हज़ारों लाखों सितारे बिखरें
अगर जो गहरी सी साँस लेगी
तो यूँ लगेगा गुलाब महके
अगर वो पलकें ज़रा सी खोले
तो यूँ लगेगा कि ख़्वाब महके
अगर वो छू लेगी शाख़ कोई
ख़िज़ाँ की रुत में बहार उतरे
उमड के आएगी कोई बारिश
जो हो के उस पर निसार उतरे
वो बादलों का सितारा जैसे
वो ख़ुशबुओं का इशारा जैसे
कभी रवानी है पानियों सी
कभी लगे है किनारा जैसे
वो धूप जैसे हो सर्दियों की
नज़र में खुलता नज़ारा जैसे
वो ओस जैसे हो पत्तियों पर
दहकता कोई शरारा जैसे
वो पंछियों की सदा है कोई
वो दिलबरों की अदा है कोई
वो इक तबस्सुम है चाँदनी का
फ़लक पे जैसे घटा है कोई
हज़ार जानिब से उस की आँखें
मोहब्बतों के दिए जलाएँ
वो जूँही बाज़ू पे सर टिकाए
तो ख़्वाब नींदों में घुल के आएँ
वो रास्तों का यक़ीन कोई
वो मंज़िलों का निशान कोई
वो जैसे रूहों में ताज़गी हो
वो जैसे जिस्मों में जान कोई
बना के आँखों को मै-कदा वो
नज़र को चाहे तो जाम कर ले
उठा के पलकें जो देख ले तो
वो शाहज़ादा ग़ुलाम कर ले
है दिल की मसनद ठिकाना उस का
वजूद मेरा घराना उस का
है मेरी साँसों की तिश्नगी वो
है धड़कनों को बहाना उस का
वो उस की आँखें हों सीप जैसे
महकती शब के हों दीप जैसे
वो लब कि खिलते गुलाब कोई
वो शायरी की किताब कोई
वो आशिक़ी के निसाब में गुम
किसी दीवाने का ख़्वाब कोई
सहर की ठंडी हवा के जैसी
वो नेकियों की जज़ा के जैसी
वो मेरे होंटों पे खिलने वाली
वो ख़ूबसूरत दुआ के जैसी
ख़ुदाया उस को कमाल देना
उरूज देना जमाल देना
अताएँ उस का नसीब करना
बलाएँ सारी ही टाल देना
कभी जो उस को सताएँ ग़म तो
फिर अपनी रहमत की शाल देना
फिर अपनी रहमत की शाल देना
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