लम्हात-ए-आज़ादी
घटाओं के सायों की मस्ती से बढ़ कर
फ़रिश्तों की पाकीज़ा हस्ती से बढ़ कर
हसीं बरबतों के तरन्नुम से प्यारे
लब-ए-दिल-नशीं के तबस्सुम से प्यारे
वतन के हसीनों के नामों से मीठे
निगाहों के पुर-कैफ़ जामों से मीठे
मोहब्बत के आवारा रागों से प्यारे
सुलैमा की ज़ुल्फ़ों के नागों से प्यारे
सितारों के पुर-नूर बिस्तर से दिलकश
मह-ओ-मेहर के सीम-गूँ घर से दिलकश
बहारों की उठती जवानी से शीरीं
मिरी आशिक़ी की कहानी से शीरीं
वो लम्हात गुज़रें जो आज़ादियों में
वो औक़ात गुज़रें जो आज़ादियों में
- पुस्तक : Azadi Ki Nazmein (पृष्ठ 83)
- रचनाकार : Sibte Hasan
- प्रकाशन : Uttar Prdesh Urdu Academy,Lucknow (1985)
- संस्करण : 1985
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