शायरात
1950
कराची
प्रमुख पाकिस्तानी शायरात में शामिल, अपनी नज्मों के लिए प्रख्यात
प्रतिरोध और आधुनिक सामाजिक समस्याओं को अपनी शायरी में शामिल करनेवाली शायरा।
1926 -2005
लखनऊ
लखनऊ की प्रतिष्ठित शायरा जिन्होंने अपनी अभिव्यक्ति में स्त्रीत्व को जगह दी
1981
कराची
मुशायरों की लोकप्रिय पाकिस्तानी शायरा
नई पीढ़ी की अहम शायरा, अपनी नज़्मों के लिए प्रसिद्ध
समकालीन पाकिस्तानी कवयित्रियों में महत्वपूर्ण, उर्दू की शिक्षिका
1945
लखनऊ
शायरा और फ़ारसी अदब की विद्वान, लखनऊ विश्वविद्यालय के फ़ारसी विभाग की अध्यक्ष रहीं
1940
इस्लामाबाद
पाकिस्तानी शायरा , अपने स्त्री-वादी विचारों और धार्मिक कट्टरपन के विरोध के लिए मशहूर