चयनित पत्र
दो व्यक्तियों के बीच
सूचना एवं संचार के लिए लिखा गया संदेश,पत्र कहलाता है।
चचा साम के नाम दूसरा ख़त
मुकर्रमी-ओ-मुहतरमी चचा जान तस्लीमात! अर्सा हुआ मैंने आपकी ख़िदमत में एक ख़त इरसाल किया था। आपकी तरफ़ से तो उसकी कोई रसीद ना आई मगर कुछ दिन हुए आपके सिफ़ारत-ख़ाने के एक साहब जिनका इस्म-ए-गिरामी मुझे इस वक़्त याद नहीं, शाम को मेरे ग़रीब-ख़ाने पर तशरीफ़