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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Sarmad Sahbai's Photo'

सरमद सहबाई

1945 | पाकिस्तान

अग्रणी आधुनिक पाकिस्तानी शायर और नाटककार

अग्रणी आधुनिक पाकिस्तानी शायर और नाटककार

सरमद सहबाई के शेर

सब की अपनी मंज़िलें थीं सब के अपने रास्ते

एक आवारा फिरे हम दर-ब-दर सब से अलग

उस के जाने का यक़ीं तो है मगर उलझन में हूँ

फूल के हाथों से ये ख़ुश-बू जुदा कैसे हुई

उस के मिलने पे भी महसूस हुआ है 'सरमद'

उस ने देखा ही हो मैं ने बुलाया ही हो

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