Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Shamim Jaipuri's Photo'

शमीम जयपुरी

1933 - 1999 | मेरठ, भारत

मुशायरों के लोकप्रिय शायर

मुशायरों के लोकप्रिय शायर

शमीम जयपुरी

ग़ज़ल 28

अशआर 5

मिरी ख़ुशी से मिरे दोस्तों को ग़म है 'शमीम'

मुझे भी इस का बहुत ग़म है क्या किया जाए

  • शेयर कीजिए

बहुत तवील शब-ए-ग़म है क्या किया जाए

उमीद-ए-सुब्ह बहुत कम है क्या किया जाए

  • शेयर कीजिए

बा-वफ़ाई की अदा पाने लगा हूँ तुझ में

जफ़ा-दोस्त ये क्या देख रहा हूँ तुझ में

तर्क-ए-मोहब्बत पर भी होगी उन को नदामत हम से ज़ियादा

किस ने की है कौन करेगा उन से मोहब्बत हम से ज़ियादा

दुनिया है कि गोशा-ए-जहन्नम

हर वक़्त अज़ाब-ए-इलाही तौबा

  • शेयर कीजिए

पुस्तकें 2

 

वीडियो 17

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
Reading his poetry at a mushaira

शमीम जयपुरी

Reciting poetry

शमीम जयपुरी

तिरा जल्वा निहायत दिल-नशीं है

शमीम जयपुरी

रहम ऐ ग़म-ए-जानाँ बात आ गई याँ तक

शमीम जयपुरी

क्यूँ हमें मौत के पैग़ाम दिए जाते हैं

शमीम जयपुरी

रहम ऐ ग़म-ए-जानाँ बात आ गई याँ तक

शमीम जयपुरी

हमारे साथ जिसे मौत से हो प्यार चले

शमीम जयपुरी

ऑडियो 8

जब शिकायत थी कि तूफ़ाँ में सहारा न मिला

जब सुब्ह का मंज़र होता है या चाँदनी-रातें होती हैं

दुनिया-ए-मोहब्बत में हम से हर अपना पराया छूट गया

Recitation

 

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए