आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "پندار"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "پندار"
अन्य परिणाम "پندار"
ग़ज़ल
जो शरफ़ हम को मिला कूचा-ए-जानाँ से 'फ़राज़'
सू-ए-मक़्तल भी गए हैं उसी पिंदार के साथ
अहमद फ़राज़
ग़ज़ल
जिगर मुरादाबादी
नज़्म
तस्वीर-ए-दर्द
ज़बाँ से गर किया तौहीद का दावा तो क्या हासिल
बनाया है बुत-ए-पिंदार को अपना ख़ुदा तू ने
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
राख सी मज्लिस-ए-अक़्वाम की चुटकी में है क्या
कुछ भी हो ये मिरा पिंदार नहीं हो सकता
अहमद नदीम क़ासमी
नज़्म
नानक
बरहमन सरशार है अब तक मय-ए-पिंदार में
शम-ए-गौतम जल रही है महफ़िल-ए-अग़्यार में