आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "वादा-ए-अलस्त"
ग़ज़ल के संबंधित परिणाम "वादा-ए-अलस्त"
ग़ज़ल
मयस्सर हो तो क़द्रे लुत्फ़ भी नेमत है याँ यारो
किसी का वादा-ए-ऐश-ए-दवाम अच्छा नहीं लगता
आल-ए-अहमद सुरूर
ग़ज़ल
शिकवा-ए-वादा-ख़िलाफ़ी का मिला अच्छा जवाब
पेशगी रक्खी थी इक उम्मीद बर आई हुई
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
ग़ज़ल
किया है वा'दा तो फिर बज़्म-ए-रक़्स में आना
न कीजियो मुझे तुम शर्मसार होली में
कल्ब-ए-हुसैन नादिर
ग़ज़ल
फ़रेब-ए-वा'दा-ए-फ़र्दा बहुत ही 'आरज़ी शय है
रहेंगे 'उम्र भर इस दिल पे चोटों के निशाँ बाक़ी
रुख़्साना निकहत लारी उम्म-ए-हानी
ग़ज़ल
जौन एलिया
ग़ज़ल
ज़र्रा ज़र्रा है यहाँ इक कतबा-ए-सिर्र-ए-अलस्त
आप ही वाक़िफ़ नहीं हैं रस्म-ए-ख़त्त-ए-राज़ से
ग़ुलाम भीक नैरंग
ग़ज़ल
अकबर इलाहाबादी
ग़ज़ल
वफ़ा-ए-वादा नहीं वादा-ए-दिगर भी नहीं
वो मुझ से रूठे तो थे लेकिन इस क़दर भी नहीं