आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "امانت"
नज़्म के संबंधित परिणाम "امانت"
नज़्म
ज़ेहन-ए-आदम में है अफ़्कार की दुनिया आबाद
क़ल्ब-ए-इंसाँ में अमानत हैं अभी ग़म कितने
जाँ निसार अख़्तर
नज़्म
जो वक़्त मिला हम को अल्लाह की अमानत है
इक ख़्वाब का चेहरा है ता'बीर की सूरत है
अमजद इस्लाम अमजद
नज़्म
उस प्रेम संदेसे को तेरे सीनों की अमानत बनना है
सीनों से कुदूरत धोने को इक मौज-ए-नदामत बनना है
आनंद नारायण मुल्ला
नज़्म
इसे मैं कैसे समझाऊँ कि ये माज़ी की तस्वीरें
अब इक ऐसी अमानत हैं जिसे मैं रख नहीं सकता