आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ذلیل"
नज़्म के संबंधित परिणाम "ذلیل"
नज़्म
साहिर लुधियानवी
नज़्म
कैफ़ी आज़मी
नज़्म
फ़सादी फ़ित्ना-परवर और ज़लील इंसाँ नहीं होते
ये इंसाँ हाँ ये हैवाँ बद-तर अज़-शैताँ नहीं होते
अख़्तर शीरानी
नज़्म
ज़िंदगी हर रोज़ मुझे ज़लील करने पर तुली है
सिसकना बिलकना और क़हक़हे लगाना मेरा वतीरा बन गया है
सिदरा अफ़ज़ल
नज़्म
हम को ज़िल्लत जो दिया करते हैं ख़ुद होंगे ज़लील
वो भी दिन जल्द मुक़द्दर से हैं आने वाले
अहमक़ फफूँदवी
नज़्म
दरख़ोर-ए-इल्तिफ़ात हों क्यों ये ज़लील हस्तियाँ
जिस की ख़ुदी पे छीन लीं क़ौम की ख़ुद-परस्तियाँ
अली मंज़ूर हैदराबादी
नज़्म
इस आपस ही की लड़ाई से इफ़्लास से हम दो चार हुए
इस आपस ही की लड़ाई से हम ऐसे ज़लील-ओ-ख़्वार हुए