आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "गिरेबान"
नज़्म के संबंधित परिणाम "गिरेबान"
नज़्म
ख़लिश-ए-दिल से उसे दस्त-ओ-गरेबाँ न करूँ
उस के जज़्बात को मैं शो'ला-ब-दामाँ न करूँ
नून मीम राशिद
नज़्म
ढूँडती फिरती है मुतरिब को फिर उस की आवाज़
जोशिश-ए-दर्द से मजनूँ के गरेबाँ की तरह
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
सौ हाथ उठेंगे जब मिल कर दुनिया का गरेबाँ पकड़ेंगे
इंसान वही है ताबिंदा उस राज़ से जिस का सीना है
जाँ निसार अख़्तर
नज़्म
ताक़त-ए-सब्र अगर हो तो ये ग़म-ख़्वार भी हैं
हाथ ख़ाली हूँ तो ये जिन्स-ए-गिराँ-बार भी हैं
ज़ेहरा निगाह
नज़्म
और उलझी हुई मौहूम सी दरबाँ की तलाश
दश्त ओ ज़िंदाँ की हवस चाक-ए-गिरेबाँ की तलाश