Quotes on Human Being

इन्सान वो वाहिद हैवान है जो अपना ज़हर दिल में रखता है।

Mushtaq Ahmad Yusufi

आदमी या तो आदमी है वर्ना आदमी नहीं है, गधा है, मकान है, मेज़ है, या और कोई चीज़ है।

Saadat Hasan Manto

मैं सोचता हूँ अगर बंदर से इन्सान बन कर हम इतनी क़यामतें ढा सकते हैं, इस क़दर फ़ित्ने बरपा कर सकते हैं तो वापिस बंदर बन कर हम ख़ुदा मालूम क्या कुछ कर सकते हैं?

Saadat Hasan Manto

बंदर में हमें इसके इलावा और कोई ऐब नज़र नहीं आता कि वो इन्सान का जद्द-ए-आला है।

Mushtaq Ahmad Yusufi

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