ख़ुदा कहूँगा तुम्हें नाख़ुदा कहूँगा तुम्हें शौकत अली
ख़बर-ए-तहय्युर-ए-इश्क़ सुन न जुनूँ रहा न परी रही शौकत अली
गर्मी-ऐ-शौक़-ऐ-नज़ारा का असर तो देखो शौकत अली
निगाह-ए-फ़क़्र में शान-ए-सिकंदरी क्या है शौकत अली
Recitation
join rekhta family!
You have exhausted 5 free content pages per year. Register and enjoy UNLIMITED access to the whole universe of Urdu Poetry, Rare Books, Language Learning, Sufi Mysticism, and more.