- पुस्तक सूची 180548
-
-
पुस्तकें विषयानुसार
-
बाल-साहित्य1867
औषधि773 आंदोलन280 नॉवेल / उपन्यास4033 -
पुस्तकें विषयानुसार
- बैत-बाज़ी11
- अनुक्रमणिका / सूची5
- अशआर62
- दीवान1389
- दोहा65
- महा-काव्य98
- व्याख्या171
- गीत86
- ग़ज़ल926
- हाइकु12
- हम्द35
- हास्य-व्यंग37
- संकलन1486
- कह-मुकरनी6
- कुल्लियात636
- माहिया18
- काव्य संग्रह4446
- मर्सिया358
- मसनवी766
- मुसद्दस51
- नात490
- नज़्म1121
- अन्य64
- पहेली16
- क़सीदा174
- क़व्वाली19
- क़ित'अ54
- रुबाई273
- मुख़म्मस18
- रेख़्ती12
- शेष-रचनाएं27
- सलाम32
- सेहरा9
- शहर आशोब, हज्व, ज़टल नामा13
- तारीख-गोई26
- अनुवाद73
- वासोख़्त24
मसूद तन्हा के शेर
मसूद तन्हायादों के क़ाफ़िले में उदासी थी हम-रिकाब
हिजरत में तेरे शहर से 'तन्हा' नहीं गए
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाशहर में रौनक़ें सही 'तन्हा'
अपने गाँव से मत किनारा कर
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हादश्त-ए-ग़ुर्बत में हम-सफ़र न बना
हम कई मेहरबान छोड़ आए
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हादोस्त ही ख़ूबियाँ बताते हैं
दोस्त ही ख़ामियाँ निकालते हैं
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाआज आओ इस तरह जैसे कि पहली बार तुम
आ गए थे बे-ख़याली में सँवर के सामने
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हामैं जब भी लड़ा हक़ के लिए अपने अदू से
मैदाँ में रही कोई न तलवार सलामत
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाकोई ताज़ा लगाओ ज़ख़्म दिल पर
पुरानी ये निशानी हो रही है
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाहँसे वालों को जो इक पल में रुला सकते हैं
ऐसे लम्हात भी तो ज़ीस्त में आ सकते हैं
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाजहाँ भी देखा उन्हें दोस्तो सलाम किया
हमेशा हम ने हसीनों का एहतिराम किया
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हागुनाहों ने मुझे जकड़ा हुआ है इस तरह 'तन्हा'
कि लहज़ा-भर इबादत भी सज़ा मालूम होती है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाबहुत ख़ामोश रहता है जो 'तन्हा'
वो महफ़िल में बराबर बोलता है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हासुलूक रखता है मुझ से मुनाफ़िक़ों जैसा
तमाम शहर में जो मो'तबर ज़ियादा है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाये तमाशा सर-ए-बाज़ार नहीं हो सकता
हर कोई मेरा ख़रीदार नहीं हो सकता
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाअमीर-ए-शहर की थोड़ी सी कजरवी के सबब
ग़रीब-ए-शहर ने देखे हैं अलमिये कितने
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हामैं जानता हूँ ज़माने की बे-नियाज़ी को
मुझे पता है सफ़र में कहाँ ठहरना है
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाइस बार उखड़ जाएँगे ऐवान-ए-सियासत
दरबान रहेंगे न ये दरबार रहेगा
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाजिस को राहत है तेरी यादों से
तेरी फ़ुर्क़त में अश्क-बार भी है
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाबार-हा हम ने उसे रो के कहा है साहिब
दिन जुदाई के नहीं हम से गुज़ारे जाते
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाक़ाफ़िले रह में लूटने वाला
राहज़न एक रहनुमा निकला
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाबहाने तर्क-ए-तअ'ल्लुक़ के किस ने ढूँडे थे
ये सारे हल्क़ा-ए-याराँ में फ़ैसले होंगे
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाकम मिलने का एहसास-ए-गराँ लगता है तेरा
अब लुत्फ़-ओ-करम भी तिरा पहले सा नहीं है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाचुप जो रहते हैं तो ये बात ग़नीमत जानो
वर्ना हम लोग भी इक हश्र उठा सकते हैं
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हावो सख़ी है तो उस की चौखट पर
दिलबरी का सवाल कर देखें
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाबज़्म-ए-याराँ में बैठता हूँ मगर
मेरी जानिब हरीफ़ देखते हैं
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाभँवर ने आ लिया है कश्तियों को
नज़ारे देख लो तुम भी अजल के
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाहादसे फिर न पेश आते हमें
ये मुहाफ़िज़ जो करते घात पे ग़ौर
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाजाने क्या क्या और हों राह-ए-तलब में मुश्किलें
साथ रखना है कभी ज़ाद-ए-सफ़र मत भूलना
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाबच के निकला था जो कभी मुझ से
आ गया है मिरे निशाने पर
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हाछुपा कर दर्द को सीने में 'तन्हा'
भरम उस का भी कुछ रखना पड़ेगा
-
शेयर कीजिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हामार डालेगी एक दिन 'तन्हा'
ये तिरी शोख़ी-ए-जमाल मुझे
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
मसूद तन्हामसीहाई का हो ए'जाज़ जिस में
कहीं वो चारागर मिलता नहीं है
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
join rekhta family!
Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi
Get Tickets
-
बाल-साहित्य1867
-