जो करता रहता हूँ अब झगड़े अपने आप से मैं
जो करता रहता हूँ अब झगड़े अपने आप से मैं
बना रहा हूँ नए रिश्ते अपने आप से मैं
मैं तेरे हिज्र से पहले भी एक हिज्र में था
तू बिछड़ा बा'द में और पहले अपने आप से मैं
बता रहा है मिरे पीछे उड़ने वाला ग़ुबार
निकल गया हूँ कहीं आगे अपने आप से मैं
तुम्हारे साथ तो हर हाल में वफ़ा की है
अगरचे करता रहा धोके अपने आप से मैं
मैं अपने आप से करता हूँ मा'ज़रत पहले
नहीं करूँगा कोई वा'दे अपने आप से मैं
मिरा वुजूद अचानक अलग हुआ मुझ से
कहीं पे जाने लगा जैसे अपने आप से मैं
मैं इतना भागा कि मंज़िल भी रह गई पीछे
'ज़हूर' कटता गया ऐसे अपने आप से में
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