आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "ایمان"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "ایمان"
नज़्म
जवाब-ए-शिकवा
मंफ़अत एक है इस क़ौम का नुक़सान भी एक
एक ही सब का नबी दीन भी ईमान भी एक
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
मिरी नज़रें भी ऐसे क़ातिलों का जान ओ ईमाँ हैं
निगाहें मिलते ही जो जान और ईमान लेते हैं
फ़िराक़ गोरखपुरी
अन्य परिणाम "ایمان"
ग़ज़ल
फ़ना बुलंदशहरी
शेर
जो दिल रखते हैं सीने में वो काफ़िर हो नहीं सकते
मोहब्बत दीन होती है वफ़ा ईमान होती है
आरज़ू लखनवी
नज़्म
तेरे ख़ुशबू में बसे ख़त
जिन को इक उम्र कलेजे से लगाए रक्खा
दीन जिन को जिन्हें ईमान बनाए रक्खा