आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "مرہم"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "مرہم"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "مرہم"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "مرہم"
नज़्म
मिरे हमदम मिरे दोस्त!
गर मिरा हर्फ़-ए-तसल्ली वो दवा हो जिस से
जी उठे फिर तिरा उजड़ा हुआ बे-नूर दिमाग़
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
ज़ख़्मों पर मरहम लगवाओ लेकिन उस के हाथों से
चारा-साज़ी एक तरफ़ है उस का छूना एक तरफ़
वरुन आनन्द
ग़ज़ल
तू ख़ुदा है न मिरा इश्क़ फ़रिश्तों जैसा
दोनों इंसाँ हैं तो क्यूँ इतने हिजाबों में मिलें
अहमद फ़राज़
नज़्म
पास रहो
मरहम-ए-मुश्क लिए, नश्तर-ए-अल्मास लिए
बैन करती हुई हँसती हुई, गाती निकले
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ज़ल
इब्न-ए-इंशा
नज़्म
ख़िज़्र-ए-राह
जस से रौशन-तर हुई चश्म-ए-जहाँ-बीन-ए-ख़लील
और वो पानी के चश्मे पर मक़ाम-ए-कारवाँ