आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "نور"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "نور"
नज़्म
रक़ीब से!
तुझ पे बरसा है उसी बाम से महताब का नूर
जिस में बीती हुई रातों की कसक बाक़ी है
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
जवाब-ए-शिकवा
क़ुदसी-उल-अस्ल है रिफ़अत पे नज़र रखती है
ख़ाक से उठती है गर्दूं पे गुज़र रखती है
अल्लामा इक़बाल
ग़ज़ल
मुज़्तर ख़ैराबादी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "نور"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "نور"
ग़ज़ल
साहिर लुधियानवी
नज़्म
सुब्ह-ए-आज़ादी (अगस्त-47)
बहुत क़रीं था हसीनान-ए-नूर का दामन
सुबुक सुबुक थी तमन्ना दबी दबी थी थकन