aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
Showing search results for "ہوٹل"
Atal Bihari Vajpayee
1924 - 2018
Poet
Azad Hind Hotel Urdu Bazar, Delhi
Publisher
Esin Atil
Author
Sultan Saleem 1st, Yavuz
1470 - 1520
ईशर सिंह जूंही होटल के कमरे में दाख़िल हुआ, कुलवंत कौर पलंग पर से उठी। अपनी तेज़ तेज़ आँखों से उसकी तरफ़ घूर के देखा और दरवाज़े की चटख़्नी बंद कर दी। रात के बारह बज चुके थे, शहर का मुज़ाफ़ात एक अजीब पुर-असरार ख़ामोशी में ग़र्क़ था। कुलवंत कौर...
शंकर ने जवाब दिया, “यही जो तुम लोग करते हो।” “क्या?”...
जंग से पहले रणधीर नागपाड़ा और ताजमहल होटल की कई मशहूर-ओ-मारूफ़ क्रिस्चियन लड़कियों से जिस्मानी तअल्लुक़ात क़ायम कर चुका था। उसे बख़ूबी इल्म था कि इस क़िस्म के तअल्लुक़ात की क्रिस्चियन लड़कों के मुक़ाबले में कहीं ज़्यादा मालूमात रखता था जिनसे ये छोकरियां आम तौर पर रोमांस लड़ाती हैं और...
mai bhii hotel me.n piyo chanda bhii do masjid me.nshaiKH bhii KHush rahe.n shaitaan bhii be-zaar na ho
रफ़्ता-रफ़्ता दूसरे लोग भी इस बस्ती में आने शुरू’ हुए। चुनाँचे शह्र के बड़े-बड़े चौकों में तांगे वाले सदाएँ लगाने लगे, “आओ, कोई नई बस्ती को” शह्र से पाँच कोस तक जो पक्की सड़क जाती थी उस पर पहुँच कर ताँगे वाले सवारियों से इनआ’म हासिल करने के लालच में...
होटलہوٹل
hotel
Urdu Shairi Par Ek Nazar
Kaleemuddin Ahmad
Poetry Criticism
Khaofnak Hotel
Valentine Williams
Novel
Kitabun Marqum
Maulana Jalaluddin Rumi
Exegesis
Ghazal Qaseeda Aur Rubai
Mughni Tabassum
Syllabus
Masnavi-e-Maulavi-e-Manavi
Masnavi
Nairang-e-Khayal
Mohammad Husain Azad
Essays
Farsi Awwal Dabistan
Safarnama Ibn-e-Batuta Urdu
Ibn Battuta
Travelogue
Urdu Masnawi Shumali Hind Mein
Gyan Chand Jain
Criticism
Esnigwets Ka Hotel
Mathve Tevelyof
Aain-e-Akbari (Part-001)
Shaikh Abul Fazl Allami
Constitution
Mere Zamane Ki Dilli
Mulla Wahidi Dehlvi
Khulafa-e-Rashideen
Moinuddin Ahmad Nadvi
Biography
Tafseer Ibn-e-Jareer
Abu Jafar Mohammad Bin Jareer Attabri
Islamiyat
Urdu Shah Pare
Syed Muhiuddin Qadri Zor
History
uThaa hotel kaa 'parda saamne parda-nashii.n aa.ejo chhup kar kar rahe the ehtiraam-e-hukm-e-dii.n aa.e
एक दिन मैंने उससे पूछा, “अमीन क्या वहां का खाना तुम्हें रास आता है?” उसने अपने मख़सूस अंदाज़ में जवाब दिया, “खाना कैसा भी हो, उसको रास करना आदमी का अपना काम है। मुझे दाल से नफ़रत थी, लेकिन जब पहली मर्तबा मुझे वहां कंकरों भरी दाल दी गई और...
मैंने वज़ीर को तबाह नहीं किया। अगर ‘तबाही’ से तुम्हारी मुराद ‘जिस्मानी तबाही’ है तो वो पहले ही से तबाहशुदा थी, और वो इसी तबाही में अपनी मसर्रत की जुस्तजू करती थी। जवानी के नशे में मख़मूर उसने इस ग़लत ख़याल को अपने दिमाग़ में जगह दे रखी थी कि...
एक ख़ास तबक़े की औरतें मेरी नज़र से गुज़री हैं और उनके मुतअल्लिक़ मैंने चंद अफ़साने लिखे हैं, मगर वो रुमान नहीं हैं। उसने जिस अफ़साने का ज़िक्र किया था, वो यक़ीनन कोई अदना दर्जे का रुमान था जो मैंने अपने चंद जज़्बात की प्यास बुझाने के लिए लिखा होगा......
शायद आप क़ियास कर रहे हों कि बेला और बतूल मेरी लड़कियां हैं। नहीं ये ग़लत है मेरी कोई लड़की नहीं है। इन दोनों लड़कियों को मैंने बाज़ार से ख़रीदा है। जिन दिनों हिंदू-मुस्लिम फ़साद ज़ोरों पर था, और ग्रांट रोड, और फ़ारस रोड और मदन पुरा पर इन्सानी ख़ून...
पिछले दिनों उन्होंने एक होटल में इदारा यादगार-ए-ग़ालिब का जलसा किया तो हम भी कच्चे धागे में बंधे पहुंच गए। ज़फ़र-उल-हसन साहिब की तआरुफ़ी तक़रीर के बाद सहबा लखनवी ने थोड़ा सा तुन्दि-ए-सहबा से मौज़ू के आबगीने को पिघलाया। इसके बाद लोगों ने मिर्ज़ा जमील उद्दीन आली से इसरार किया...
जब वो ऊपर आया था तो उसका दिल-ओ-दिमाग़ सख़्त मुज़्तरिब और हैजानज़दा था। लेकिन आधे घंटे ही में वो इज़्तिराब और हैजान जो उसको बहुत तंग कर रहा था। किसी हद तक ठंडा हो गया था वो अब साफ़ तौर पर सोच सकता था। कृपाल कौर और उसका सारा ख़ानदान...
तसल्लियां और दिलासे बेकार हैं। लोहे और सोने के ये मुरक्कब में छटांकों फांक चुका हूँ। कौन सी दवा है जो मेरे हलक़ से नहीं उतारी गई। मैं आपके अख़लाक़ का ममनून हूँ मगर डाक्टर साहब मेरी मौत यक़ीनी है। आप कैसे कह रहे हैं कि मैं दिक़ का मरीज़...
tumhaaraa naam karne se rahaa badnaam kartaa huu.nmai.n ik hotel me.n cigarette pii rahaa huu.n tum dikhaa.ii do
मेरी समझ में नहीं आता था कि उन्हें या किसी और को मेरे मुआ’मलात से क्या दिलचस्पी हो सकती थी। वज़ीर का करेक्टर बहुत ख़राब था और मेरा करेक्टर भी कोई ख़ास अच्छा नहीं था। लेकिन सवाल ये है कि लोग क्यों मेरी फ़िक्र में मुब्तला थे और फिर जो...
Devoted to the preservation & promotion of Urdu
A Trilingual Treasure of Urdu Words
Online Treasure of Sufi and Sant Poetry
World of Hindi language and literature
The best way to learn Urdu online
Best of Urdu & Hindi Books