आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "atlas"
नज़्म के संबंधित परिणाम "atlas"
नज़्म
फिर उट्ठी एशिया के दिल से चिंगारी मोहब्बत की
ज़मीं जौलाँ-गह-ए-अतलस क़बायान-ए-तातारी है
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
जो सिलने को दिए कपड़े वो हैं सब हब्स-ए-बेजा में
कि दर्ज़ी छुप गया जब अतलस-ओ-कमख़्वाब-ओ-दीबा में
सय्यद मोहम्मद जाफ़री
नज़्म
एक इक जिस्म पे हो अतलस ओ कम-ख़्वाब ओ समोर
अब ये बात और है ख़ुद चाक-गरेबाँ हूँ मैं
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
अब ख़ाक क़दम मजबूरों की बरसाएगी दुनिया पर सोना
अब अतलस की क़िस्मत होगी पैराहन-ए-मेहनत-कश होना
साग़र निज़ामी
नज़्म
ये हसीं अतलस-ओ-कम-ख़्वाब बुने हैं मैं ने
मेरे हिस्से में मगर दूर का जल्वा ही रहा
राही मासूम रज़ा
नज़्म
तू अक्सर ना-ख़ुश रहती है रेशम अतलस बानात में भी
मैं एक फटे कुर्ते में ख़ुश जाड़ा गर्मी बरसात में भी