आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "sakiye"
नज़्म के संबंधित परिणाम "sakiye"
नज़्म
मस्जिदें मर्सियाँ-ख़्वाँ हैं कि नमाज़ी न रहे
यानी वो साहिब-ए-औसाफ़-ए-हिजाज़ी न रहे
अल्लामा इक़बाल
नज़्म
बस्ती के सजीले शोख़ जवाँ बन बन के सिपाही जाने लगे
जिस राह से कम ही लौट सके उस राह पे राही जाने लगे
साहिर लुधियानवी
नज़्म
ख़ून-ए-दिल ओ जिगर से है मेरी नवा की परवरिश
है रग-ए-साज़ में रवाँ साहिब-ए-साज़ का लहू!