अव्वल अहल-ए-क़बीला ने परचम बनाया उसे और फिर
पेश-ए-दुश्मन भी तावान में सिर्फ़ मेरी रिदा ले गए
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
अव्वल अहल-ए-क़बीला ने परचम बनाया उसे और फिर
पेश-ए-दुश्मन भी तावान में सिर्फ़ मेरी रिदा ले गए