Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Bashar Nawaz's Photo'

बशर नवाज़

1935 - 2015 | औरंगाबाद, भारत

प्रतिष्ठित प्रगतिशील शायर,आलोचक,पटकथा लेखक,और गीतकार/ फ़िल्म 'बाजार' के गीत 'करोगे याद तो हर बात याद आएगी' के लिए प्रसिद्ध

प्रतिष्ठित प्रगतिशील शायर,आलोचक,पटकथा लेखक,और गीतकार/ फ़िल्म 'बाजार' के गीत 'करोगे याद तो हर बात याद आएगी' के लिए प्रसिद्ध

बशर नवाज़

ग़ज़ल 19

नज़्म 15

अशआर 12

करोगे याद तो हर बात याद आएगी

गुज़रते वक़्त की हर मौज ठहर जाएगी

  • शेयर कीजिए

दे निशानी कोई ऐसी कि सदा याद रहे

ज़ख़्म की बात है क्या ज़ख़्म तो भर जाएँगे

  • शेयर कीजिए

प्यार के बंधन ख़ून के रिश्ते टूट गए ख़्वाबों की तरह

जागती आँखें देख रही थीं क्या क्या कारोबार हुए

कहते कहते कुछ बदल देता है क्यूँ बातों का रुख़

क्यूँ ख़ुद अपने-आप के भी साथ वो सच्चा नहीं

जाने किन रिश्तों ने मुझ को बाँध रक्खा है कि मैं

मुद्दतों से आँधियों की ज़द में हूँ बिखरा नहीं

पुस्तकें 6

 

चित्र शायरी 3

 

वीडियो 6

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
शायरी वीडियो
At Sarosh Education Campus, Aurangabad

बशर नवाज़

Bashar Nawaz reflects on his craft, life and times.

बशर नवाज़

ऑडियो 5

अबदियत

एक ख़्वाहिश

क़र्ज़

Recitation

संबंधित शायर

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए