Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

जश्न-ए-आज़ादी पर चित्र/छाया शायरी

देश प्रेम की भावना पर आधारित उर्दू की चुनिंदा शायरी

दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की ख़ुशबू

लाल चन्द फ़लक

उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता

अज्ञात

मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना

अल्लामा इक़बाल

सच्चे वतन-परस्त का गीत

लाल चन्द फ़लक

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए