अजमल सिद्दीक़ी का परिचय
अजमल सिद्दीक़ी 26 जनवरी 1981 को दिल्ली में पैदा हुए |
ख़ानदान में तालीम-ओ-तरक़्क़ी की राहें पहले से ही हमवार थीं तो आपने भी फ़िक्र-ओ-ख़याल को वुस्अत देने के लिये कस्ब-ए-फै़ज़ किया और उर्दू, फ़ारसी, और अरबी ज़बान पर दस्तरस हासिल की| फिर शेर-ओ-सुख़न को इज़्हार-ए-ख़याल का ज़रिया बनाया |
अजमल सिद्दीक़ी जदीद तर्ज़-ए-अह्सास के शायर हैं उनकी शायरी में ज़बान-ओ-बयान की ख़ूबसूरती के साथ जदीद ख़यालात, अल्फाज़ की बेह्तरीन तराक़ीब और नये मज़ामीन की बोहतात है और यही सलाहियतें आपको अपने हमअस्र बेश्तर शो'अरा से मुम्ताज़ करती हैं।
अजमल सिद्दीक़ी सिन्फ़-ए-ग़ज़ल और सिन्फ़-ए-नज़्म में तब'आज़मायी के साथ-साथ क़तआ तारीख़ में भी कमाल-ए-हुनर रखते हैं। ये कहना बेजा न होगा कि फ़ी-ज़मानेही हिंदुस्तान के शेरी मंज़रनामे पर क़तआ तारीख़ की रिवायत को बाक़ी रखने वाले शायर अजमल सिद्दीक़ी हैं।