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ग़ज़ल 73
नज़्म 6
शेर 126
हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम
वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता
I do suffer slander, when I merely sigh
she gets away with murder, no mention of it nigh
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- ग़ज़ल देखिए
दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ
बाज़ार से गुज़रा हूँ ख़रीदार नहीं हूँ
I live in this world tho for life I do not vie
I pass through the market but I do not wish to buy
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टैग : दुनिया
हास्य 2
क़ितआ 17
रुबाई 54
लतीफ़े 8
पुस्तकें 52
चित्र शायरी 14
हर एक से सुना नया फ़साना हम ने देखा दुनिया में एक ज़माना हम ने अव्वल ये था कि वाक़फ़ियत पे था नाज़ आख़िर ये खुला कि कुछ न जाना हम ने
वीडियो 10
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