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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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अल्ताफुर्रहमान फ़िक्र यज़दानी

- 1964 | रामपुर, भारत

अल्ताफुर्रहमान फ़िक्र यज़दानी के शेर

वो आए बज़्म में इतना तो 'फ़िक्र' ने देखा

फिर इस के बा'द चराग़ों में रौशनी रही

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