आनंद बनारसी, संपूर्णानंद (1889-1969) आज़ादी की लड़ाई में सरगर्म हिस्सा लिया। उत्तर प्रदेश में काँग्रेस के प्रमुख नेता जो आज़ादी से पहले और बाद में मंत्री और फिर मुख्य मंत्री रहे। बनारस के संभ्रात कायस्थ घराने में पैदाइश। मौलवी मुई’नुद्दीन से उर्दू-फ़ारसी पढ़ी । शिक्षक और पत्रकार भी रहे। उर्दू शाइरी के रसिया, घर पर शाइरी की महफ़िलें सजाते थे मगर उर्दू के विरोध में भी प्रमुख रहे।