Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

आसिम नदीम आसी

ग़ज़ल 1

 

अशआर 19

उजालों के किसी अवतार ही से जा के पूछो

जिसे सूरज कहा जाता है वो सूरज कहाँ है

  • शेयर कीजिए

ज़मीं के मालिक-ओ-मुख़्तार की सुन्नत समझ कर

खड़ावें पहन लीं और बकरियाँ रक्खी हुई हैं

  • शेयर कीजिए

तपते सहरा ख़ून पिएँगे चढ़ता सूरज ढल जाएगा

बैठी हुई है जिस में सकीना आज वो ख़ेमा जल जाएगा

  • शेयर कीजिए

दोस्त-दारी के सलीक़े से बहुत वाक़िफ़ हूँ

अब मुझे हाथ मिलाने का हुनर आता है

  • शेयर कीजिए

हुसैन आज भी क़ाएम है अपनी सूरत पर

यज़ीद चेहरे बदलता है हर ज़माने में

  • शेयर कीजिए

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए