aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

अतुल अजनबी

ग़ज़ल 11

अशआर 7

अजब ख़ुलूस अजब सादगी से करता है

दरख़्त नेकी बड़ी ख़ामुशी से करता है

  • शेयर कीजिए

सफ़र हो शाह का या क़ाफ़िला फ़क़ीरों का

शजर मिज़ाज समझते हैं राहगीरों का

  • शेयर कीजिए

किसी दरख़्त से सीखो सलीक़ा जीने का

जो धूप छाँव से रिश्ता बनाए रहता है

  • शेयर कीजिए

पत्तों को छोड़ देता है अक्सर ख़िज़ाँ के वक़्त

ख़ुद-ग़र्ज़ी ही कुछ ऐसी यहाँ हर शजर में है

  • शेयर कीजिए

ये रहबर आज भी कितने पुराने लगते हैं

कि पेड़ दूर से रस्ता दिखाने लगते हैं

  • शेयर कीजिए

पुस्तकें 1

 

चित्र शायरी 1

 

"ग्वालियर" के और शायर

 

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए