दाएम ग़व्वासी के शेर
गुफ़्तुगू में वो हलावत वो अमल में इख़्लास
उस की हस्ती पे फ़रिश्ते का गुमाँ हो जैसे
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड
दिन तो शिकम की आग बुझाने में जाए है
शुक्र-ए-ख़ुदा कि कटती है दानिशवरों में रात
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
- सुझाव
- प्रतिक्रिया
- डाउनलोड