aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
दक्षिण अफ़्रीकी कार्यकर्ता, शिक्षक, पत्रकार और कवि जिन्हें रंगभेद की नीति का प्रखर विरोध करने और दक्षिण अफ़्रीका को ओलंपिक खेलों से प्रतिबंधित करने के आंदोलन के लिए जाना जाता है।
दक्षिण अफ़्रीकी कार्यकर्ता, शिक्षक, पत्रकार और कवि जिन्हें रंगभेद की नीति का प्रखर विरोध करने और दक्षिण अफ़्रीका को ओलंपिक खेलों से प्रतिबंधित करने के आंदोलन के लिए जाना जाता है।
Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi
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