गुलाम जीलानी असग़र
ग़ज़ल 8
नज़्म 1
अशआर 1
आईना-ख़ाने से दामन को बचा कर गुज़रो
आईना टूटा तो रेज़ों में बिखर जाओगे
-
शेयर कीजिए
- ग़ज़ल देखिए
वीडियो 4
This video is playing from YouTube