हबीब वली मोहम्मद के वीडियो
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हास्य वीडियो
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हबीब वली मोहम्मद
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हबीब वली मोहम्मद
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mohobbat me.n zabaan ko main हबीब वली मोहम्मद
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कब मेरा नशेमन अहल-ए-चमन गुलशन में गवारा करते हैं हबीब वली मोहम्मद
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क्या कह गई किसी की नज़र कुछ न पूछिए हबीब वली मोहम्मद
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देर लगी आने में तुम को शुक्र है फिर भी आए तो हबीब वली मोहम्मद
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दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के हबीब वली मोहम्मद
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नहीं इश्क़ में इस का तो रंज हमें कि क़रार ओ शकेब ज़रा न रहा हबीब वली मोहम्मद
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मरने की दुआएँ क्यूँ माँगूँ जीने की तमन्ना कौन करे हबीब वली मोहम्मद
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रहिए अब ऐसी जगह चल कर जहाँ कोई न हो हबीब वली मोहम्मद
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राह-ए-तलब में कौन किसी का अपने भी बेगाने हैं हबीब वली मोहम्मद
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लगता नहीं है दिल मिरा उजड़े दयार में हबीब वली मोहम्मद
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लगता नहीं है दिल मिरा उजड़े दयार में हबीब वली मोहम्मद
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हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकले हबीब वली मोहम्मद
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अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें हबीब वली मोहम्मद
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आशियाँ जल गया गुल्सिताँ लुट गया हम क़फ़स से निकल कर किधर जाएँगे हबीब वली मोहम्मद
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आशियाँ जल गया, गुल्सिताँ लुट गया, हम क़फ़स से निकल कर किधर जाएँगे हबीब वली मोहम्मद
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आह को चाहिए इक उम्र असर होते तक हबीब वली मोहम्मद
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कब मेरा नशेमन अहल-ए-चमन गुलशन में गवारा करते हैं हबीब वली मोहम्मद
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कब मेरा नशेमन अहल-ए-चमन गुलशन में गवारा करते हैं हबीब वली मोहम्मद
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क्या कह गई किसी की नज़र कुछ न पूछिए हबीब वली मोहम्मद
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गए दिनों का सुराग़ ले कर किधर से आया किधर गया वो हबीब वली मोहम्मद
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चाँद निकले किसी जानिब तिरी ज़ेबाई का हबीब वली मोहम्मद
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तुम्हारी अंजुमन से उठ के दीवाने कहाँ जाते हबीब वली मोहम्मद
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न किसी की आँख का नूर हूँ न किसी के दिल का क़रार हूँ हबीब वली मोहम्मद
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नियाज़ ओ नाज़ के झगड़े मिटाए जाते हैं हबीब वली मोहम्मद
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मोहब्बत में ज़बाँ को मैं नवा-संज-ए-फ़ुग़ाँ कर लूँ हबीब वली मोहम्मद
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ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल-ए-यार होता हबीब वली मोहम्मद
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या मुझे अफ़सर-ए-शाहाना बनाया होता हबीब वली मोहम्मद
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रंग पैराहन का ख़ुशबू ज़ुल्फ़ लहराने का नाम हबीब वली मोहम्मद
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रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ हबीब वली मोहम्मद
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राह-ए-तलब में कौन किसी का अपने भी बेगाने हैं हबीब वली मोहम्मद
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शमशीर-ए-बरहना माँग ग़ज़ब बालों की महक फिर वैसी ही हबीब वली मोहम्मद
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हैराँ हूँ दिल को रोऊँ कि पीटूँ जिगर को मैं हबीब वली मोहम्मद
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हस्ती अपनी हबाब की सी है हबीब वली मोहम्मद
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तुम आए हो न शब-ए-इंतिज़ार गुज़री है हबीब वली मोहम्मद