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ग़ज़ल 28
नज़्म 1
शेर 25
गुमशुदगी ही अस्ल में यारो राह-नुमाई करती है
राह दिखाने वाले पहले बरसों राह भटकते हैं
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टैग : प्रेरणादायक
एक सीता की रिफ़ाक़त है तो सब कुछ पास है
ज़िंदगी कहते हैं जिस को राम का बन-बास है
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टैग : ज़िंदगी
पुस्तकें 8
चित्र शायरी 3
वीडियो 3
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