उपनाम : 'हैरत'
मूल नाम : मोहम्मद जान ख़ाँ
जन्म : 28 Oct 1835 | इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
निधन : 16 Sep 1892
आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं
सामान सौ बरस का है पल की ख़बर नहीं
हैरत इलाहाबादी, मोहम्मद जान ख़ाँ (1835-1892) ख़्वाजा ‘आतिश’ के शागिर्द मिर्ज़ा आ’जम अ’ली आ’ज़म और ‘वहीद’ इलाहाबाी के शागिर्द थ। इस तरह ‘अकबर’ इलाहाबादी के उस्ताद भाई हुए। अपने एक शे’र आगाह अपनी मौत से कोई बशर नहीं सामान सौ बरस के हैं पल की खबर नहीं के लिए मशहूर