कभी किताबों में फूल रखना कभी दरख़्तों पे नाम लिखना ग़ुलाम अली
कभी किताबों में फूल रखना कभी दरख़्तों पे नाम लिखना नूर जहाँ
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
न वो इक़रार करता है न वो इंकार करता है हसन रिज़वी
अन्य वीडियो
hawa-e-dard chali aur uski yaad aai अमजद परवेज़
कभी किताबों में फूल रखना कभी दरख़्तों पे नाम लिखना ग़ुलाम अली
कभी किताबों में फूल रखना कभी दरख़्तों पे नाम लिखना नूर जहाँ
Recitation
join rekhta family!
You have exhausted 5 free content pages per year. Register and enjoy UNLIMITED access to the whole universe of Urdu Poetry, Rare Books, Language Learning, Sufi Mysticism, and more.