जौहर बदायूनी, हकीम लक्ष्मी नारायण (1893-1963) बदायूँ (उत्तर प्रदेश) में शाइरों के घराने में आँखें खोलीं। दादा और पिता दोनों शाइर थे। बचपन में उर्दू-फ़ारसी पढ़ीऔर फिर तिब की शिक्षा हासिल की। बदायूँ के बहुत कामयाब हकीम थे।
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